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इंडसइंड बैंक बरेली धोखाधड़ी।


यशो मोहन शर्मा 
उपसंपादक 
 *इंडसइंड बैंक बरेली धोखाधड़ी* 
बरेली के एक गरीब युवक(रिंकू ) ने  बैंक से लोन हेतु संपर्क किया जिसके दौरान एक व्यक्ति द्वारा उससे आधार कार्ड , पैन कार्ड आदि लिया गया और उसके 2 दिन बाद उससे आने को कहा 
ज़ब बह वहाँ पहुंचा तो लोन स्वीकृत कराने हेतु कुछ कागजो पर उससे हस्ताक्षर करा लिए गए 
चूँकि प्रार्थी कम पढ़ा लिखा है उसने विश्वास में आकर जो कहा वो कर दिया फिर उसको कहा गया कि ज़ब लोन स्वीकृत हो जायेगा आपको बता दिया जायेगा किन्तु कुछ दिन बाद ज़ब उसने बैंक में पता किया तो उससे कहा गया कि आपका लोन नहीं हो पायेगा अतः वह सब कुछ भूलकर अपनी जिंदगी के कार्यों में संलग्न हो गया 
किन्तु कुछ दिनों के बाद ही बैंक से एक रिकवरी एजेंट आया और उससे स्वीकृत हुए लोन क़ी EMI को अदा करने के लिए कहा 
अधिक दबाब बनाने पर ये EMI 
रिंकू के द्वारा अदा कर दी गयी और ये सिलसिला लगभग जारी हो गया 
ज़ब रिंकू ने उस रिकवरी एजेंट से कहा कि मैंने तो सिर्फ 10 हज़ार का पर्सनल लोन स्वीकृत कराने हेतु सब कुछ किया था जबकि अब तो मैं काफी रूपए दे चुका हूँ और अब आगे देने में असमर्थ हूँ 
तो उसको डराया और धमकाया गया , आखिर रिंकू क़ी मुलाक़ात एक सज्जन व्यक्ति से हुई जिसको ये सारा घटनाक्रम रिंकू ने बताया , उसके बाद सज्जन व्यक्ति द्वारा पूरी जानकारी क़ी तहकीकात क़ी गयी और उसमें पाया गया कि रिंकू के नाम पर इंडसइंड बैंक द्वारा एक vechile लोन स्वीकृत किया गया है जबकि उसको किसी प्रकार का कोई भी वाहन प्राप्त नहीं हुआ है 
जिस वाहन के नाम पर ये EMI रिंकू के अकाउंट से बैंक रिकवर कर रही है उसकी सारी डिटेल इस प्रकार है :
वाहन नंबर - Up25dp 3598
इंजन  नंबर- jc85ed2246427
चेसिस नंबर me4jc85egnd156461
ज़ब RTO ऑफिस जाकर पता किया गया तो पता लगा कि 
रिंकू के नाम पर कोई वाहन रजिस्टर्ड ही नहीं है और जो डिटेल दर्शायी गयी है ये वाहन किसी शबानो के नाम पर रजिस्टर्ड है 
अब रिंकू क़ी सुनवाई ना ही बैंक में हो रही है और ना हि पुलिस कोई FIR रजिस्टर कर रही है 
युवक बहुत परेशान है क्यूकि वह गरीब है और अधिक पढ़ा लिखा भी नहीं है 
उसका कहना है कि ज़ब मुझे ना तो रूपए मिले और ना ही वाहन मिला तो मैं EMI क्यू चुकाऊंगा 
अब वह उम्मीद रखता है कि 
जो EMI उससे धोखे से ली गयी है उसको तत्काल उसके अकाउंट में वापस किया जाये और ये लोन भी close किया जाये 
 *यशो मोहन शर्मा 
उपसंपादक*