अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे तकनीकी तनाव के बीच अब एक बड़ी पहल हुई है। दोनों देशों ने एक नई "तकनीकी सहयोग संधि" पर सहमति जताई है, जिसके तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), 6G नेटवर्क, और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम किया जाएगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई डिजिटल शिखर बैठक में इस समझौते पर मुहर लगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे वैश्विक टेक्नोलॉजी बाजार में स्थिरता आएगी और कंपनियों को खुलकर निवेश करने का मौका मिलेगा।
🗣️ व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया:
“यह साझेदारी भविष्य की ओर एक सकारात्मक कदम है।”
📌 इस संधि का असर भारत और यूरोपीय देशों पर भी पड़ेगा, जहां टेक्नोलॉजी कंपनियां अब दोनों महाशक्तियों के साथ संयोजन में आगे बढ़ सकेंगी।
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