*दो घंटे ऑपरेशन करके बचाई मरीज़ की जान*(श्याम गौड़ की रिपोर्ट )
कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एक 23 साल की युवती का जटिल ऑपरेशन हुआ है। उसके अंडाशय में गांठ थी। इसके चलते उसके पेट में बराबर दर्द रहता था। 5 डॉक्टरों की टीम ने 2 घंटे से ज्यादा देर तक ऑपरेशन किया तब जाकर उसकी जान बची।
युवती को पिछले 8 महीने से तेज पेट दर्द की शिकायत थी, जिसके इलाज के लिए मरीज कई अस्पतालों के चक्कर काट चुका था, लेकिन मरीज को कोई आराम नही मिला रहा था। वहीं, 1 अप्रैल को अपर इंडिया अस्पताल पहुंचने पर मरीज को स्त्री एवम प्रसूति रोग विभाग में डॉ. शैली अग्रवाल की देखरेख में भर्ती किया गया।
जांच में पता चला कि मरीज को एक अंडाशय में गांठ है और साथ ही बच्चेदानी भी नही बनी है। बच्चेदानी के स्थान पर केवल एक गांठ थी। जांचों में यह भी पता लगा कि मरीज को एक ही किडनी है वो भी अपनी जगह पर नहीं है। यह किडनी भी अंडेदानी की गांठ के पास ही है। डॉ. शैली अग्रवाल ने बताया कि यह बहुत ही कम लोगों में ऐसे स्थिति देखने को मिलती है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि 12 हजार मे एक महिला को ऐसा पाया जाता है। अंडाशय की गांठ पूरी तरह से किडनी तथा आंतों से चिपकी हुई होने के कारण, चिकित्सकों के लिए किडनी को संरक्षित रखते हुए अंडाशय की गांठ को निकालना काफी जोखिम भरा था।
ऐसे में आपरेशन से पहले यूरोलॉजिस्ट डॉ. विनय द्वारा मरीज के युरेटर की स्टेंटिंग करवाई गई। स्त्री रोग विभाग की डॉ. शैली अग्रवाल, डॉ. रेनू गुप्ता, डॉ. दिव्या द्विवेदी, डॉ. नीलू श्रीवास्तव तथा निश्चेतना विभाग की डॉ. दिव्या तथा उनकी टीम के प्रयास एवम सूझ बूझ से जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया। ऑपरेशन के बाद से मरीज पूर्णतया स्वस्थ है।
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