बच्चे की मौत के मामले में दो लेडिज टीचर गिरफ़्तार l

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बच्चे की मौत के मामले में दो लेडिज टीचर गिरफ़्तार l

Thursday, May 22, 2025 | Thursday, May 22, 2025 Last Updated 2025-05-22T08:49:18Z
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प्रयागराज। नैनी के महेवा स्थित निजी स्कूल में नर्सरी के साढ़े तीन वर्षीय छात्र की मौत के मामले में बुधवार को दो शिक्षिकाओं आरती व शिवांगी जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को गैरइरातदन हत्या का आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि उन्होंने उसे थप्पड़ मारे और तबीयत बिगड़ने पर मांगने के बावजूद उसे पानी नहीं दिया।



डीसीपी यमुनागर विवेक चंद्र यादव ने बताया कि जांच के क्रम में दोनों शिक्षिकाओं, परिजनों, घटना के चश्मदीद मृतक बच्चे के भाई आदि से पूछताछ की गई। इस दौरान यह बात सामने आई कि घटना वाले दिन उसके भाई की पिटाई की गई। इसके बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ी।

विवेचना के क्रम में स्कूल पहुंचकर जांच-पड़ताल कराई गई तो पता चला कि घटना वाले दिन कक्षा दो में शिवांगी पढ़ा रही थीं। इसी कक्षा में मासूम अपने भाई के साथ बैठा था। उससे पूछताछ की गई तो पहले तो उसने पिटाई की बात से इन्कार कर दिया l

पूछताछ में बताया कि 15 मई को वह कक्षा दो में पढ़ा रही थीं। इस दौरान अपने भाई के साथ बैठा नर्सरी का छात्र शोर मचाने लगा। मना करने पर उसने गाली दी। गुस्सा आने पर उसने छात्र को थप्पड़ मार दिए। वह और तेजी से रोने लगा। इस पर उसने बगल की कक्षा सात में पढ़ा रही मौजूद मैडम आरती जायसवाल को बुलाया।


उन्होंने वजह पूछी तो छात्र ने उन्हें भी गाली दे दी। गुस्से में उन्होंने भी उसे थप्पड़ मारे। यह देख छात्र के भाई ने दोनों को रोकने की कोशिश भी की।

10 मिनट बाद छात्र रोते हुए बेंच से गिर गया। वह रोते रोते पानी मांग रहा था। लंबी-लंबी सांसें चलने पर फोन से उसके घरवालों को सूचना दी गई। उधर, मासूम को देखकर उसका बड़ा भाई भी रोने लगा। डीसीपी ने बताया कि दोनों शिक्षिकाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।

दूसरी शिक्षिका बोली, रोने के बाद भी पीटती रही

पुलिस के मुताबिक मामले में शिक्षिका आरती जायसवाल ने बताया कि 15 मई को वह कक्षा सात में पढ़ा रही थी। सुबह करीब 09:00 से 10:00 के बीच शिवांगी ने उसे अपनी कक्षा में बुलाया। वहां पहुंचने पर देखा कि मासूम रो रहा है। शिवांगी रोने के बावजूद भी उसके गाल पर थप्पड़ मार रही थी। गाली दिए जाने की बात सुनकर वह भी गुस्से में आ गई और उसे थप्पड़ मारे।

एफएसएल रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगी स्थिति

पुलिस का कहना है कि मासूम के निजी अंगों में चोट के बाबत स्थिति विधि विज्ञान प्रयागशाला (एफएसएल) रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगी। दरअसल, निजी अंगों में चोट के चलते उसके साथ यौन उत्पीड़न की आशंका भी जताई जा रही है। हालांकि, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी इसे लेकर कुछ स्पष्ट नहीं कर पाए हैं। इसी के चलते उसके स्वैब की स्लाइड बनवाकर एफएसएल भेजी गई है। अफसरों का कहना है कि रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो जाएगा कि उसके साथ क्या हुआ। इसके बाद विवेचना आगे बढ़ाई जाएगी।

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