सौरभ शर्मा की 24 घंटे पुलिस रिमांड में रिकार्डिंग अनिवार्य, निष्पक्षता की मांग - जनता में बढ़ी आशंका.

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सौरभ शर्मा की 24 घंटे पुलिस रिमांड में रिकार्डिंग अनिवार्य, निष्पक्षता की मांग - जनता में बढ़ी आशंका.

Wednesday, January 29, 2025 | Wednesday, January 29, 2025 Last Updated 2025-01-29T05:00:32Z
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*सौरभ शर्मा की 24 घंटे पुलिस रिमांड में रिकार्डिंग अनिवार्य, निष्पक्षता की मांग - जनता में बढ़ी आशंका*

मध्यप्रदेश के विवादित आरोपी सौरभ शर्मा, जिन्हें 'मध्यप्रदेश का सचिन वाजे' के रूप में जाना जा रहा है, की 24 घंटे की पुलिस रिमांड में रिकार्डिंग अनिवार्य किए जाने की मांग उठ रही है। सूत्रों के अनुसार, इस रिमांड के दौरान प्रभावशाली व्यक्तियों के नाम दबाए जाने की आशंका जताई जा रही है। सौरभ शर्मा की सूची में कथित तौर पर बड़े नेता, अधिकारी और महिला नेत्रियों के नाम शामिल हो सकते हैं, जिससे इस मामले की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं।

इस मामले में पारदर्शिता की आवश्यकता को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं, ताकि न्याय की प्रक्रिया पूरी तरह से साफ और निष्पक्ष हो सके। सूत्रों ने यह भी बताया कि जनता का मानना है कि रिमांड के दौरान रिकार्डिंग के माध्यम से कानून व्यवस्था को सुनिश्चित किया जा सकता है और किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ से बचा जा सकता है।

*कानूनी निगरानी और पारदर्शिता: एक जरूरी कदम*

कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि रिमांड में रिकार्डिंग करने से पुलिस की कार्यवाही में पारदर्शिता आएगी, और इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि आरोपी के साथ कोई दुराचार न हो। इसके अलावा, अगर इस मामले में उच्च स्तर के प्रभावशाली व्यक्तियों का नाम शामिल है, तो रिकार्डिंग एक अहम कदम हो सकती है ताकि मामले में निष्पक्षता बनी रहे।

सूत्रों के अनुसार, इस पूरे प्रकरण में यह महत्वपूर्ण होगा कि रिमांड के दौरान रिकार्डिंग की प्रक्रिया कानूनी ढंग से और न्यायिक निगरानी में की जाए, ताकि किसी भी पक्ष के अधिकारों का उल्लंघन न हो।