बदायूं में युवकों से मिलने-जुलने में बाधक बन रही गुरु किन्नर सुनीता की हत्या उसी की शिष्य रीना ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर की थी। रविवार को बिनावर पुलिस ने एसओजी की टीम के साथ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी रीना ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
पूछताछ में रीना उर्फ शाजिद किन्नर ने बताया कि पिछले एक साल से वह गुरु सुनीता किन्नर के साथ बिनावर में उसी के मकान में रहते थे। बदायूं के रहने वाले आदिल व अरबाज की उससे से दोस्ती हो गई। दोनों लोग मकान पर आने-जाने लगे। छानबीन में पता चला कि रीना को शराब पीने व अन्य कार्यों की आदत थी। यह बात सुनीता को पसंद नहीं थी। इसे लेकर कई बार आदिल व अरबाज के सामने ही रीना व सुनीता में कहासुनी भी हुई।
तीनों ने रची थी हत्या की साजिश।
सुनीता ने कई बार रीना को घर से भी निकाल दिया था। घटना से करीब आठ-दस दिन पहले आदिल व अरबाज रीना के पास बिनावर आए थे। तब रीना ने बताया था कि सुनीता के पास बहुत जेवर और रुपये हैं। हम लोग इनके क्षेत्रों में बधाई बजाकर एवं बाजार में मांगकर दिन रात मेहनत करके पैसा कमाते हैं, जिसे लाकर सुनीता देते हैं। लेकिन सुनीता उसे व उसकी साथी संजना को केवल 500-600 रुपये की ही हिस्सेदारी देती है। बाकी सारा पैसा अपने पास रख लेती है। इसके बाद रीना उर्फ साजिद ने आदिल व अरबाज के साथ मिलकर सुनीता की हत्या का षडयंत्र रचा।
वारदात से पहले पी शराब
पूछताछ में सामने आया है कि 30 अक्तूबर को रीना ने दोनों को फोन कर बुलाया। रीना के साथ बैठकर आदिल व अरबाज ने शराब पी। रीना को अधिक शराब पिलाकर उसे नशे में कर दिया। वह अपने कमरे में तख्त पर नशे की हालत में लेट गई। इसी दौरान इन दोनों ने सुनीता के कमरे में जाकर उसकी फावड़े से प्रहार कर हत्या कर दी। इसके अलावा वहां रखे बैट से भी कई प्रहार किए। साथ ही कमरे में रखे बक्से में से जेवर, 83 हजार रुपये व मोबाइल लेकर चले गए।
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