अमेरिकी रिपोर्ट में खुलासा: भारत के लिए चीन बना ‘मुख्य प्रतिद्वंद्वी’, पाकिस्तान को बताया 'द्वितीयक समस्या'
दिनांक: 26 मई 2025
रिपोर्टर: News Nation Express
वाशिंगटन:
अमेरिका के एक अहम रणनीतिक और रक्षा मूल्यांकन में भारत की सुरक्षा नीति को लेकर बड़ी टिप्पणी सामने आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत के लिए चीन एक ‘प्रमुख और दीर्घकालिक प्रतिद्वंद्वी’ बन चुका है, जबकि पाकिस्तान अब एक 'द्वितीयक सुरक्षा चुनौती' के रूप में देखा जा रहा है।
यह रिपोर्ट अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (Pentagon) से संबद्ध थिंक टैंक द्वारा तैयार की गई है और इसे हाल ही में अमेरिकी कांग्रेस को सौंपा गया है। इसमें कहा गया है कि चीन की आक्रामक सैन्य नीति, सीमा विवाद और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उसका वर्चस्व बढ़ाने की रणनीति भारत के लिए प्रमुख चिंता का विषय बनी हुई है।
रिपोर्ट की मुख्य बातें:
भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर तनाव बना हुआ है, विशेषकर लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश जैसे क्षेत्रों में।
चीन की सैन्य गतिविधियाँ, साइबर युद्ध क्षमताएं, और व्यापारिक दबाव भारत के लिए दीर्घकालिक खतरा हैं।
पाकिस्तान की भूमिका अब सीमित होती जा रही है और उसे भारत की रणनीतिक प्राथमिकताओं में 'द्वितीय स्थान' पर रखा गया है।
भारत की प्रतिक्रिया:
इस रिपोर्ट पर भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका की यह रिपोर्ट भारत की मौजूदा रक्षा नीति और वैश्विक रणनीतिक सहयोग की दिशा को समर्थन देती है।
विश्लेषण:
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, यह रिपोर्ट भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और गहराने में मदद कर सकती है। साथ ही यह भारत की चीन नीति के लिए एक वैश्विक समर्थन भी मानी जा रही है।