मध्यप्रदेश के युवा वैज्ञानिक प्रखर विश्वकर्मा ने बनाई 'रिलॉन्च ऑटोमैटिक मिसाइल.

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मध्यप्रदेश के युवा वैज्ञानिक प्रखर विश्वकर्मा ने बनाई 'रिलॉन्च ऑटोमैटिक मिसाइल.

Sunday, June 15, 2025 | Sunday, June 15, 2025 Last Updated 2025-06-15T18:01:06Z
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मध्यप्रदेश के युवा वैज्ञानिक प्रखर विश्वकर्मा ने बनाई 'रिलॉन्च ऑटोमैटिक मिसाइल', बीएचयू के साथ मिलकर भारत के रक्षा क्षेत्र को बनाएंगे सशक्त"

भोपाल/टीकमगढ़: मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ ज़िले से ताल्लुक रखने वाले युवा वैज्ञानिक प्रखर विश्वकर्मा, जो वर्तमान में बंसल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, भोपाल में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र हैं, ने एक ऐसा इनोवेशन किया है जो भारत के रक्षा क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकता है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि:
प्रखर टीकमगढ़ निवासी हैं और उनके माता-पिता का नाम श्रीमती अरुण विश्वकर्मा (माता) और श्री रघुनंदन विश्वकर्मा (पिता) है। उनके परिवार ने सदैव उन्हें वैज्ञानिक सोच और देशभक्ति की प्रेरणा दी है।
प्रखर द्वारा डिजाइन की गई इस मिसाइल का नाम है – "रिलॉन्च ऑटोमैटिक मिसाइल"। यह एक रियुजेबल मिसाइल प्रणाली है, जो हमला करने के बाद स्वयं अपने लॉन्चपैड पर वापस लौटने में सक्षम है। यह तकनीक भारत को कम लागत में बार-बार हमले करने की क्षमता दे सकती है, जिससे रक्षा क्षेत्र में रणनीतिक बढ़त हासिल होगी।प्रखर अपने प्रोजेक्ट को बीएचयू के साथ मिलकर पूरा करेंगे। जिसका ये इनोवेशन भारत के रक्षा क्षेत्र को एक नई दिशा देगा| वे अपने प्रोजेक्ट को बीएचयू से ही पेटेंट कराएंगे इसमे बीएचयू से उनको संपूर्ण मदद मिलने की उम्मीद है

मिसाइल की तकनीकी विशेषताएँ:
नाम: Relaunch Automatic Missile
ड्यूल इंजन तकनीक: एक सॉलिड फ्यूल और दूसरा लिक्विड फ्यूल पर आधारित
मारक क्षमता: 150 किलोमीटर
जेट और मिसाइल कॉम्बिनेशन डिज़ाइन
ऑटोपायलट नियंत्रण प्रणाली द्वारा संचालित
पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित मॉडल डिज़ाइन किया गया है

अंतरराष्ट्रीय मंच पर सम्मान और अनुभव:
प्रखर को उनके वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार के लिए देश और विदेशों में कई मंचों पर सम्मानित किया गया है:
NASA का 'Scientist for a Day Award' (2020)चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग टीम में शामिल होने का गौरव
जर्मनी में वर्ष 2023 में अंतरराष्ट्रीय एग्जिबिशन हेतु आमंत्रण
नेहरू विज्ञान केंद्र (मुंबई), बिरला इंडस्ट्रियल म्यूजियम (कोलकाता), विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तथा ISRO – स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (अहमदाबाद) में प्रेजेंटेशन और वर्कशॉप में भागीदारी|

भारत सरकार और रक्षा संस्थानों से अपील:
प्रखर का सपना है कि इस मिसाइल तकनीक को भारत सरकार, DRDO और ISRO जैसे संस्थानों का समर्थन मिले ताकि इसका प्रयोगात्मक विकास किया जा सके और यह भारत की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बना सके।प्रखर विश्वकर्मा एक प्रेरणादायक युवा हैं जो अभी सिर्फ पढ़ाई के नहीं, बल्कि असली मिसाइल-इंजीनियरिंग और अंतरिक्ष प्रोजेक्ट के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कमाल कर रहे हैं। उनका RAM मिसाइल प्रोटोटाइप, ISRO/NASA से सम्मान, और भावी रॉकेट लॉन्च जैसी योजनाएँ उन्हें भारत का भविष्य बतौर वैज्ञानिक जरूर बनाती हैं।


Chief Editor : Soniya Singh